कहा जाता है कि यदि कही धरती पर भगवान है और किसी ने देखा है तो वे है इंसान के रूप में भगवान के जैसा जीवनदाता, महान कार्य करने वाले हमारे चिकित्सा क्षेत्र में अपनी अतुलनीय भुमिका निभाने वाले डाक्टर है जिन्हें लोग धरती का भगवान मानते हैं और पुजते है।
जैसे हर भगवान के पुजने का एक दिन होता है वैसे ही हर साल 1 जुलाई को डाक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है।
इतिहास चिकित्सकों के अद्भुत कार्यो से भरा हुआ है। इनकी जितनी तारीफ किया जाये कम होगा। एक छात्र जीवन से एक सफल और सुयोग्य चिकित्सक के बनने मे जो समय लगता है वह 14 साल के वनवास जैसे जीवन बिताने के बाद मिलता है। सोने के आग में तपने के बाद ही जैसे उसमे चमक आती है वैसे ही चिकित्सक को अनेको अग्नि परीक्षा देने के बाद ही इस मुकाम पर आते हैं।उनकी यह अग्निपरीक्षा जीवन भर चलती रहती है।
एक चिकित्सक एक मरीज़ के बीच जो रिश्ता बन जाता है वह एक भक्त और भगवान के जैसा हो जाता है। एक मरीज़ अपने भगवान पर आंखे बंद करे विश्वास कर लेता है वह जैसा बोलता है वह वैसा ही करता रहता है। श्रद्धा के भाव लिए हूए वह अपने चिकित्सक के पास जाता है और जब एक डाक्टर अपने मरीज़ के नब्ज को पकड़कर प्रेम के दो मिठे शब्द बोलता है कि परेशान मत हो सब ठीक हो जायेगा मै हूँ ना। फिर क्या जादू जैसा असर बिना दवा के ही शुरू हो जाता है और आधे से ज्यादा तकलीफ उसकी उसी पल से ठीक होना शुरू हो जाता है। कुछ जो बचा रहता है वह चिकित्सा पद्धति के अनुसार डाक्टर द्वारा बताये गये विभिन्न दवायें और अन्य उपायों से ठीक होने लगता है। जीवन के जटिल से जटिल दर्द या बिमारी ठीक हो जाता है।
इस चिकित्सा दिवस पर चिकित्सकों के योगदान की गाथाओं पर जितनी भी प्रशंसा की जाये उनके लिए शब्द कम पड़ जायेगे। हमारे चिकित्सक अपने तन मन और धन से इस समाज के लिए अपना योगदान देते रहते हैं। बहुत से चिकित्सक तो अपना रक्तदान भी अपने मरीज़ की जान बचाने के लिए अनवरत करते रहते हैं। इसी कड़ी में एक चिकित्सक का नाम लेना जरूरी समझते हैं जिन्होंने गोरखपुर शहर में रक्तदान के क्षेत्र में लगातार 8 सालों से अनवरत रक्तदान शिविर लगाकर हजारों नौजवानों को रक्तदान के लिए प्रेरित करके रक्तदान करवा चुके हैं और इस कार्य को जन जन तक पहुंचने के लिए रक्तदान अभियान चला कर गांवों कस्बों में लोगों को जागरूक कर रहे हैं और स्वय अपना 24 बार रक्तदान कर चुके हैं। इनका नाम है डा सुरेश सिंह जो कि बी आर डी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के ऐनेस्थिसीया विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने ने बहुत सारे अन्य सामाजिक कार्यो जैसे चौराहे की मुर्तिओ की साफ सफाई, सडक के किनारे रहने वाले गरीब बच्चों को पढ़ाना, रामगढ़ ताल की सफाई, वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण के सायकिल का उपयोग करना, स्वास्थ्य कैप करना और इस कोरोना महामारी में अस्पतालों में जा जाकर कर्मचारियों और अन्य चिकित्सको को कोरोना वाइरस से सुरक्षित रखने के उपायों को सिखाना,जरूरतमंद लोगों को भोजन और मास्क वितरण करना और इसके साथ साथ अपने चिकित्सालय के कार्यो को बखुबी अंजाम दे रहे है।ऐसे ही चिकित्सको के कार्यो से लोग डाक्टर को भगवान का दर्जा देने लगते हैं। श्रीमती मनीषा सिंह अध्यक्ष इनर व्हील क्लब आफ गोरखपुर रैनबो की की तरफ से और अपने क्लब की अन्य सदस्यों की तरफ से इस डाक्टर्स डे पर अपने शहर तथा देश के सभी चिकित्सकों को बहुत बहुत शुभकामनाएं दे रही हूँ और उनके द्वारा किए जा रहे निस्वार्थ मानवता की सेवा के लिए ह्दय से आभार व्यक्त करती हूँ।
श्रीमती मनीषा सिंह
अध्यक्ष
इनर व्हील क्लब आफ गोरखपुर रैनबो