गोरखपुर।डॉक्टरों के समर्पण और ईमानदारी के प्रति सम्मान जाहिर करने के लिए हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। देश के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर इसे मनाया जाता है। उनका जन्म 1 जुलाई 1882 में बिहार के पटना जिले में हुआ था।
इसी क्रम में पूर्वांचल के प्रख्यात होम्योपैथी चिकित्सक डॉ०रूप कुमार बनर्जी को गोरखपुर इस्थित उनके क्लिनिक पर उनके उत्कृष्ट कार्यों हेतु द पब्लिक भारत द्वारा शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझने में इन कोरोना वारीयर्स चिकित्सक के उल्लेखनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनके अतुलनीय योगदान को रेखांकित किया गया। सम्मानित करते हुए द पब्लिक भारत के डायरेक्टर करुणेश पांडेय ने कहा की डॉक्टर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों का न सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं। इसलिए उन्हें धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उन्हें जीवनदाता कहा जाता है। इस दौरान मुख्य रूप से वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ जायसवाल, संदीप कुमार, शाहिल आदि मौजूद रहे। समाजसेवा में भी अग्रणी हैं डॉ०रूप कुमार बनर्जी
डॉ०रूप कुमार बनर्जी चिकित्सा के साथ ही समाजसेवा क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं,यदि कोई भी मरीज निरीह अवस्था में उनके पास आता है तो वह निशुल्क चिकित्सा परामर्श व दवा देते हैं वह भी तबतक जबतक की मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ न हो जाए।डॉ०रूप का मानना है कि हर व्यक्ति भगवान का रूप होता है।कोरोना कॉल में भी डॉ०रूप कुमार ने निरन्तर शत प्रतिशत अपनी सेवा देकर मिशाल कायम किया है।